लोक कलाकारों की दशा एवं दिशा
लोक शब्द वैदिक काल से दिव्य तथा पार्थिव दो रूपों में प्रयुक्त हुआ है दिव्य रूप में वह आध्यात्मिक शक्तियों से सुसमृद्ध, सृजनकर्ता आनन्ददायक तथा पार्थिव रूप में ’जन’ के…
लोक शब्द वैदिक काल से दिव्य तथा पार्थिव दो रूपों में प्रयुक्त हुआ है दिव्य रूप में वह आध्यात्मिक शक्तियों से सुसमृद्ध, सृजनकर्ता आनन्ददायक तथा पार्थिव रूप में ’जन’ के…
कलाओं में मंच कला अर्थात् संगीत और संगीत क्षेत्र में नारी का जुड़ाव वैदिक काल से ही प्राप्त होता है स्त्रियाँ कलाओं में अभिव्यक्ति का साधन भी रहीं है और…